जानिए कैसे चाय फायदेमंद हे कैंसर रोकने के लिए
विश्व के लोगों को कैंसर के खिलाफ़ लड़ाई लड़ने में एकजुट करने के लिए हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है. इसका मूल उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना है. दुनिया भर में सरकारों और व्यक्तियों को समझाने तथा हर साल कैंसर से लाखों लोगों को मरने से बचाने के लिए मनाया यह दिवस मनाया जाता है. 1933 में अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने स्विट्जरलैंड में जिनेवा में पहली बार विश्व कैंसर दिवस मनाया.
इस समय दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ देते हैं जिनमें से 40 लाख लोग समय से पहले (30-69 वर्ष आयु वर्ग) मर जाते हैं.एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2025 तक, कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों के बढ़कर प्रति वर्ष 60 लाख होने का अनुमान है.
कैंसर क्या है?
दुनिया में कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सबसे ज्यादा लोगों की मौत होती है. कैंसर खतरनाक बीमारी है. यह शरीर की कोशिकाओं में तेजी से फैलने वाला रोग है. क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के ऊतकों तक फैलने पर कैंसर जानलेवा भी साबित हो सकता है.
चाय पीने से कम होता है कैंसर का खतरा
अमेरिका के एक विश्वविद्यालय में किए गए शोध के अनुसार चाय खासकर काली और हरी चाय पीने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है क्योंकि इनमें ‘एंटी-आक्सीडेंट’ तत्व मौजूद होते हैं. विस्कोनसिन विश्वविद्यालय से जुड़े शोधकर्ता हसन मुख्तार ने कहा था कि दुनिया भर में चाय एक लोकप्रिय पेय है और इसमें स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद तत्व होने का पता लगा गया था. इंडियन टी एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को यहां आयोजित एक सेमिनार में मुख्तार ने कहा था कि हरी चाय में कैंसर निवारक प्रभाव होने का पता लगा है. उन्होंने कहा था कि चाय पीना न सिर्फ कैंसर बल्कि मधुमेह और हृदय रोगों में भी उपयोगी होता है. मुख्तार ने कहा कि विभिन्न अध्ययनों से संकेत मिलता है कि जो लोग नियमित रूप से चाय पीते हैं, उनमें कई प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो जाता है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह चाय में ‘एंटी-आक्सीडेंट’ तत्व की मौजूदगी है जो मानव शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं को रोकता है .
कैंसर के खतरे को कम करने के आसान टिप्स
-सर्वे से यह पता चला है कि कसरत करने से कैंसर से बचा जा सकता है जिसमें ब्रेस्ट कैंसर प्रमुख है . -ज्यादा वजन से कैंसर होने का खतरा बना रहता है . इसलिए वजन को नियंत्रित रखने की कोशिश करनी चाहिए . ज्यादा वजन होने से प्रोस्टेट,पैंक्रियाज, यूट्रेस,ओवरी कैंसर का खतरा रहता है . बुजुर्ग महिलाओं में ज्यादा वजन होने से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा रहता है . - कुछ कार्यों पर ध्यान रखें कि वह ज्यादा नहीं होने पाए, मसलन बैठना, नीचे झुकना और टीवी देखना . -तंबाकू पदार्थ का इस्तेमाल हर्गिज नहीं करे . -सेहतमंद खाना खाएं और जंक फूड से बचे . -धूप की तीखी किरणों से बचें क्योंकि सूरज की अल्ट्रा-वॉयलेट (UV) किरणों से त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है . -ज्यादा शराब पीने से मुंह और गले का कैंसर होने का खतरा रहता है . -त्वचा में किसी भी तरह के बदलाव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें . यह कैंसर का भी लक्षण हो सकता है .
साभार - zeenews.india.com